रेलवे पटरी (Trains Track) की खराबी का पता और बदलने की प्रक्रिया
रेल सफर और Train Track की महत्वता
रेल सफर हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है। एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए हमें अक्सर ट्रेन का सहारा लेना पड़ता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि Trains Track कब और कैसे बदली जाती है? बहुत से मामलों में, जब कोई दुर्घटना होती है, जब Trains Track में क्रैक होता है, या फिर जब रेलवे पटरी भटक जाती है या टूट जाती है, तब रेलवे पटरी को बदला जाता है। बाकी की पटरी वैसी की वैसी रहती है। दशकों तक, वही रेलवे पटरी चलती रहती है और उसे बदला नहीं जाता। How to know that a trains track is damaged, when should it be replaced.
सवाल का जवाब: Train Track की आयु
इस संदर्भ में, सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म क्वोरा पर एक सवाल पूछा गया कि रेलवे पटरी कब खराब मानी जाती है? कैसे पता लगते हैं कि ट्रेन की पटरी खराब हो गई है और उसे बदलने की जरूरत है? इस सवाल का उत्तर रेलवे के मुख्य इंजीनियर अनिमेष कुमार सिन्हा ने दिया। उन्होंने बताया कि रेल पटरी की आयु उस पर पड़ने वाले भार, यानी लोड पर निर्भर करती है। इसे ग्रॉस मिलियन टन में मापा जाता है। आजकल, जो भी रेल पटरियां बिछाई जाती हैं, उनकी आयु 1 अरब ग्रॉस मिलियन टन होती है।
पटरी की मरम्मत और बदलाव की प्रक्रिया
Train Track की खराबी का पता लगाने के लिए नियमित चेक की जाती है और पटरी का घिसाव आदि नापा जाता है। यदि घिसाव 8 -13 मिमी ऊपर से नीचे की ओर होता है, तो पटरी को तुरंत बदला जाता है। नियमित तौर पर ट्रैक रेकॉर्डिंग कार (TRC) का उपयोग किया जाता है, जिसमें लगे उपकरण पटरी में हुई किसी भी गड़बड़ी को तुरंत मापते हैं और संकेत देते हैं। इसके बाद, इंजीनियर इसकी जांच कर बदलने की प्रक्रिया शुरू कर देते हैं।
अनिवार्य तकनीकी मानकों का पालन
रेलवे पटरी की बदलने की प्रक्रिया में अनिवार्य तकनीकी मानकों का पालन किया जाता है। इसमें विशेषज्ञों द्वारा निर्मित और परीक्षित उपकरणों का उपयोग किया जाता है, जो गारंटी के साथ एक सुरक्षित और ठोस पटरी का निर्माण करते हैं।
संक्षेप
इस प्रक्रिया के माध्यम से, हमें सुरक्षित और अवार्डी रेलवे सुरक्षा प्रदान की जाती है, जो यात्रियों के सुरक्षा और सुगमता को सुनिश्चित करती है। नियमित मरम्मत और पटरी की बदलाव की प्रक्रिया हमारे रेलवे सिस्टम की निरंतर विकास और सुधार को संजोकर रखती है। यह हमें एक सुरक्षित और स्थिर रेल सेवा का आनंद लेने में मदद करती है और देश के सभी क्षेत्रों को सम्बोधित करती है। रेलवे पटरी के बदलने की प्रक्रिया न केवल यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाती है, बल्कि यह रेलवे इंजीनियरों और कर्मचारियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करती है। एक सुरक्षित और स्थिर पटरी निरंतर रेलवे कर्मचारियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करती है, जो रेल लाइन के मेंटेनेंस, मरम्मत और बदलाव के लिए दिन-रात काम करते हैं।